Thursday 7 April 2016

आप सभी को नव वर्ष विक्रम संवत 2073 बहुत बहुत शुभकामनाएं।

ईश्वर से प्रार्थना एवं कामना है की आने वाले वर्ष में आपके एवं आपके परिवार के जीवन में खुशहाली बरसे , अच्छी सेहत , उन्नति , सुख समृद्धि सभी का वास हो।  

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ,८ अप्रैल २०१६ को हिन्दू नववर्ष की शुरुआत है। माना जाता है की इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि  सृजन किया था और  इसीलिए आज के दिन की विशेषकर  मान्यता है।  
शुभ चैत्र नवरात्र का प्रारम्भ भी इसी दिन से होता है। भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार का जन्म भी इसी दिन माना गया है। भगवान् राम एवं युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी आज ही के दिन हुआ माना  जाता है।   
आज ही के दिन आर्य समाज की स्थापना महर्षि दयानन्द ने की थी।  महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा ,आंध्र प्रदेश एवं कर्णाटक में ऊगुड़ी  पर्व  मनाया जाता है।   

8 अप्रैल 2016  को शुरू हनी वाले "सौम्य" नामक  इस नव संवत्सर के राजा शुक्र एवं मंत्री बुद्ध हैं , बादलों एवं फलों के राजा मंगल , खेत खलिहानों के राजा बृहस्पति होंगे। सुख समृद्धि, व्यापर आदि के लिए यह वर्ष अच्छा है।  मनोरंजन , एंटरटेनमेंट , वैभव आदि में ज़्यादा ज़ोर रहेगा।  ट्रेडिंग में फायदा होगा।  कृषि विभाग में कुछ परेशानियां आ सकती हैं।  बृहस्पति की राहु के साथ युति फसल में नुकसान करा सकती है. मंगल -शनि की युति , कहीं कहीं पर सूखा , आगजनी , अवसाद की स्तिथियाँ भी बन सकती हैं।  हवाई यात्राओं में या फिर भूस्खलन ,भूकम्प आदि की सम्भावनाएं रहेंगी।   राजा शुक्र की अपनी उच्च राशि  में स्तिथि ,इन सब स्तिथियों की प्रतिकूलता को ख़त्म कर राजसी सुख आदि के लिए अनुकूल बनाएगी।  

नवसंवत्सर के प्रथम दिन प्रातः काल उठ कर नवसंवत्सर पंचांग का पूजन करें ,पूजन करते समय निम्न मंत्र का जप अवश्य करें :
"ॐ भूर्भुवः स्वः संवत्सर अधिपति आवाहयामि पूजयामि च : "

इसके पश्चात ब्रह्मा जी को नमन करें , मंदिर आदि  साफ़ कर समस्त  आवाहन करें , चूँकि आज से ही चैत्र नवरात्री की शुरुआत होती है तो घाट स्थापन कर देवी पूजन करें।  घर के बाहर , या छत पर ध्वज फहराएं , तुलसी पूजन करें।  

प्रातः काल नीम की कोपल को मिश्री के साथ अवश्य चबाएं , वर्ष भर आने वाली परेशानियों से  मुक्ति मिलेगी।  इन्हे उपहार स्वरुप दूसरों को भी भेंट करें , उनके घर से भी दुःख और दारिद्र्य की समाप्ति होगी।  

चैत्र नवरात्री  की शुरुआत आज ही के दिन से होती है , विधिवत घट स्थापन करें।  इस वर्ष घट स्थापन मुहूर्त निम्न प्रकार है :

प्रातः काल 11:57 am - 12:48 pm .

चैत्र प्रतिपदा यानि आज के दिन को सबसे शुभ दिन माना गया है।  इस दिन कोई भी कार्य की शुरुआत लम्बी अवधि तक शुभ फल देती है एवं भी प्रतिकूल मुहूर्त से दोष मुक्त रहता है. देवी शक्ति एवं शिव की उपासना इस दिन विशेषकर लाभकारी होती है।   


विभिन्न राशियों में "सौम्य" नमक नव संवत्सर का वर्ष भर निम्लिखित असर रहेगा :

मेष:
 मेष राशि में बुद्ध एवं चन्द्र की युति , खट्टे मीठे फल देगी।  घर , वाहन आदि का सुख रहेगा। संतान सम्बन्धी कष्ट हो सकता है.  कॉन्फिडेंस की कमी रहेगी , हमेशा हर चीज़ को लेकर कश्मकश में रहेंगे।  विदेश यात्रा संभव हो सकती है एवं लाभ हो सकता है। 
उपाय : हनुमान जी की उपासना अवश्य करें।  

 वृषभ : 

 प्रॉपर्टी आदि में फायदा होगा।  आपकी पर्सनालिटी और निखर कर बाहर आएगी। चन्द्र की बारहवें भाव में स्तिथि आपके लिए मानसिक , आर्थिक कष्ट ला सकती है।  मित्रों के साथ भेद भाव की स्तिथि उत्पन्न हो सकती है।  व्यय अधिक रहेंगे। घर में मरम्मत , सजावट ,आदि हो सकते हैं। वाहन खरीदने के योग बन रहे हैं। वैवाहिक जीवन में कष्ट हो सकता है।  
उपाय : शिव पंचाक्षर मन्त्र का पाठ करें।  

 मिथुन :

आपके लिए रोज़गार में कई नए अवसर खुलेंगे।  राजसी सुख सी स्तिथियाँ भी रहेंगी।  प्रमोशन आदि के भी कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं।  अपनी वाकपटुता को जितना निखरेंगे उतनी ही आपके लिए स्तिथियाँ अच्छी होती जाएँगी।  सेहत से सम्बंधित कष्ट हो सकते हैं।  

उपाय: शनि दान आपके लिए अत्यन्त सुखद ल सकता है।     

कर्क :
कर्क राशि वालों के लिए यह वर्ष रोज़गार में सुख एवं समृद्धि लेकर आएगा।  भाग्य में उन्नति होगी। पूर्वजों के आशीर्वाद से जीवन में वृद्धि होगी।  अचानक सुखद समाचार मिल सकता है अथवा कोई उपहार भी मिलने की सम्भावना रहेगी।  वाणी में मिठास रखें अन्यथा भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है. संतान सम्बन्धी कष्ट हो सकता है।  विद्यार्थियों के लिए अधिक मेहनत करने के पश्चात ही सफलता पप्राप्ति के योग हैं।  

उपाय : केसर चन्दन को माथे , कंठ एवं नाभि में लगाएं। 

सिंह :
विदेश यात्राओं के योग , कार्य क्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं। भाग्य वृद्धि के भी योग बन सकते हैं।  छोटी यात्राएं सफल रहेंगी।  लग्न में गुरु की राहु के साथ युति थोड़ी कश्मकश की स्तिथि पैदा कर सकती है। आंद्रुनिक दुविधा और दृढ़ निश्चय की कमी महसूस करेंगे। सेहत की तरफ भी ख़ास ध्यान देने की ज़रुरत है।  आँख या हड्डी से सम्बंधित कष्ट हो सकते हैं।   

उपाय: सूर्य को अर्घ्य दें।  अंध विद्यालय में दान अवश्य करें।  

कन्या : 

धन वृषि के योग बन रहे हैं। वैवाहिक जीवन में मुख्यतः सुखद अनुभूति रहेगी।  वैभव की वृद्धि होगी।  आपकी रूचि अध्यात्म एवं ज्योतिष आदि शास्त्र में बढ़ेगी। अंजान लोगों से धोखा प्राप्त हो सकता है, सावधानी बरतें। वाणी से सम्बंधित कष्ट उत्पन्न हो सकते हैं।  कॉन्फिडेंस की कमी रहेगी।   

उपाय : कन्याओं के आश्रम में जा कर उनकी पढ़ाई लिखे में अपनी इच्छानुसार सेवा करें।  किन्नरों को हरी चूड़ियाँ दान में दें।  

तुला :

यह वर्ष आपके लिए उन्नति कारक स्तिथियाँ पैदा करेगा। यश- सम्मान प्राप्ति के योग बन रहे हैं।  सेहत अच्छी रहेगी , प्रॉपर्टी में अचानक फायदे हो सकते हैं।  इन सब अच्छे योगों के बावजूद भी कुछ कष्ट हो सकते हैं।  आपके कुटुंब में आपके लिए कोई अफवाह आदि फैा सकता है जिसका नुक्सान आपको उठाना पड़ सकता है।   

उपाय : लक्ष्मी नारायण की पूजा आपके लिए अत्यन्त शुभ रहेगी। 

वृश्चिक :
मंगल अपनी राशि में स्तिथ होकर आपको बल डे रहा है।  आपके अंदर आप एक नए जोश , और स्फूर्ति पैदा करेगा। हालांकि लग्न में मंगल - शनि की युति थोड़ा मानसिक कष्ट दे सकती है। संतान पक्ष से सुख की प्राप्ति एवं विद्यार्थियों के लिए खुशखबरियाँ दोनों ही प्राप्त होते दिख रहे है. अंतर्ज्ञान की अनुभूतियां एवं अध्यात्म की और रूचि बढ़ेगी।  कंठ से सम्बंधित कष्ट हो सकते हैं।  
उपाय: दुर्गा जी की उपासना करें। 

धनु: 
कार्य क्षेत्र में उन्नति के अवसर बढ़ेंगे। मन सम्मान की वृद्धि होगी।  संतान से सम्बंधित सुख प्राप्त होगा लेकिन संतान से दूरियों के भी योग बन रहे हैं । विद्यार्थियों को बाहर पढने के अवसर परपत हो सकते हैं. प्रेम विवाह के योग बन रहे हैं।  इस वर्ष आप प्रॉपर्टी आदि में निवेश कर सकते हैं।  वैवाहिक जीवन में स्कख प्राप्ति होगी।  घर की सजावट में या फिर नए वाहन में निवेश आप कर सकते हैं।  छोटी यात्राएं ज़्यादा रहेंगी एवं कुछ कष्ट भरी भी हो सकती हैं।  अंजान लोगों पर एकदम से विश्वास मत करें , धोखा हो सकता है।   
  
उपाय : विष्णु मंदिर में ७ बादाम गुरुवार के दिन चढ़ाएं।  विष्णु सहस्त्र नामावली का जप करें. 

मकर : 
आपके लिए जीवन में उन्नति के अवसर बन रहे हैं लेकिन कुछ रकावटों के बाद ही सफलता प्राप्त होगी।  कार्य क्षेत्र में हालांकि काफी अवसर मिलते रहेंगे जो उन्नति की और राह भी खोलते रहेंगे।कला के क्षेत्र  से सम्बंधित कार्यों में अच्छे लाभ होते दिखाई दे रहे हैं।  मित्रों से सुख एवं मदद मिलती रहेगी।  भाई बहनो के साथ सानिध्य अच्छा एवं खुशनुमा रहेगा।  संतान सुख भी रहेगा।  पेट से सम्बंधित कष्ट उत्पन्न हो सकता है।  

उपाय: भैरव उपासना आपके लिए अत्यन्त शुभ रहेगी। 

कुम्भ ; 

कुम्भ राशि  वालों के लिए वर्ष भर धन लाभ के अच्छे योग बन रहे हैं।  आप अपनी कुशल वाकपटुता एवं व्यवहार के द्वारा अपने कुटुंब से लाभ उठाते रहेंगे। भाग्य साथ देगा एवं जीवन में सफलता के  अवसर प्राप्र्त होंगे।  कार्य क्षेत्र में रुकावटें आ सकती हैं।  हालांकि मंगल की अपनी राशि में होने पर सफलता भी मिलेगी।  यह वर्ष आपके लिए मेहनत से भरा रहेगा तभी जीवन में वैभव आदि की  वृद्धि भी होगी।  जीवन साथी के साथ सम्बन्धों में खटास आ सकती है।  कुछ दुविधाओं का दौर भी रहेगा।  

उपाय : निम्न श्रेणी के वर्गों की मदद करें , शुभ होगा।  

मीन :

मीन राशि वालों के लग्न में उच्च के शुक्र की स्तिथि आपके जीवन में कई लाभ एवं सुखद स्तिथियाँ पैदा करेगी।  यश और सम्मान की प्राप्ति होगी। पेट से सम्बंधित तीव्रता पूर्ण कष्ट उत्पन्न हो सकते हैं जो ऑपरेशन तक भी बढ़  सकते हैं।  सब कुछ अच्छा होते हुए भी मानसिक तौर पर हमेशा दुविधा में रहेंगे।  आत्म विश्वास की कमी रहेगी।  छोटे भाई बहनो से सम्बन्धों में प्रगाढ़ता आएगी।  छोटी मोटी यात्राएं कष्ट डे सकती हैं।  

उपाय: धार्मिक कार्यों में रूचि बनाएं , ध्यान करें ,लाभ होगा।  

~ नन्दिता पाण्डेय 
ज्योतिर्विद , टैरोलोजर, वास्तु विशेषयज्ञ , आध्यात्मिक गुरु , प्राण ऊर्जा हीलर , लाइफ कोच। 



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